हैमर थ्रोवर सुकन्या ने दी कानपुर को खेलों में अंतरराष्ट्रीय पहचान

रानी लक्ष्मीबाई अवार्ड हासिल सुकन्या बेटे वीवान को बनाएंगी थ्रोवर श्रीप्रकाश शुक्ला कानपुर। अगर बेटों में दम है तो बेटियां भी किसी से कम नहीं हैं। इस बात को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खेलपटल पर सही साबित किया है कानपुर की जांबाज खिलाड़ी बेटियों ने। कानपुर ने खेलजगत को कई बेहतरीन खिलाड़ी बेटियां दी हैं जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं अंत.......

डॉ. बी.आर. यादव ने खो-खो खेल को दी देश में पहचान

संघर्ष और जज्बे से हासिल किया मुकाम मनीषा शुक्ला कानपुर। खेलों के विकास में खिलाड़ियों, खेल प्रशिक्षकों और शारीरिक शिक्षकों के साथ ही खेल संगठन पदाधिकारियों की भी अहम भूमिका होती है। जिस संगठन के पदाधिकारी जितना सक्रिय होंगे उस खेल का उतना ही विकास होगा। 7 ब्लाक खो-खो एसोसिएशन आफ इंडिया के महासचिव डॉ. बी.आर. यादव ऐसी ही सक्रिय शख्सियतों म.......

सुषमा सिंह लखनऊ में बहा रहीं खेलप्रेम और देशप्रेम की बयार

छात्र-छात्राओं में देशप्रेम का जज्बा भरने का कर रहीं अनूठा काम नूतन शुक्ला लखनऊ। भारतीय समाज बदल रहा है। बेटियों को लेकर उसकी सोच में आमूलचूल परिवर्तन देखा जा रहा है। यह परिवर्तन बेटियों के अदम्य साहस और कौशल से ही मुमकिन हो पा रहा है। इस महती कार्य में समाज से कहीं अधिक योगदान सुषमा सिंह जैसी कर्मठ और लगनशील महिला शक्ति का है। कानपुर की.......

जूडोका सारिका की उपलब्धियों पर कानपुर को नाज

खेलो इंडिया यूथ गेम्स में जीता रजत पदक मनीषा शुक्ला कानपुर। बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से कम नहीं हैं। हर चुनौती को आगे बढ़कर स्वीकारने वाली बेटियां आज खेल के क्षेत्र में बेटों से भी आगे हैं। हो सकता है कि जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े शहर कानपुर के खेलों से जुड़े लोगों और खेलप्रेमियों को हमारी बात नागवार गुजरे ल.......

जूडो में अरमान करेगा कानपुर के अरमान पूरे

पुणे में हुए खेलो इंडिया स्कूल गेम्स में जीता था सिल्वल मेडल खेलपथ प्रतिनिधि कानपुर। अरमान सिद्दीकी कानपुर में जूडो का उभरता सितारा है। पिता दिलशाद सिद्दीकी से जूडो के गुर सीखने वाले अरमान ने पुणे में हुए दूसरे खेलो इंडिया स्कूल गेम्स के 81 किलोग्राम भारवर्ग में चांदी का पदक जीतकर दिखा दिया था कि वह भविष्य में इस खेल में कानपुर के अरमान .......

कानपुर की सारिका जबलपुर में सिखा रहीं गरीब बच्चों को खेलों के गुर

इनसे प्रशिक्षण हासिल बच्चे एसजीएफआई में दिखा रहे दम नूतन शुक्ला जबलपुर। कहते हैं कि मन में यदि विश्वास और कुछ करने का जज्बा हो तो पहाड़ों में भी दूब उगाई जा सकती है। कानपुर की सारिका सिंह इसी जोश और जज्बे की बदौलत विगत 22 वर्षों से मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में गरीब बच्चों को खेलों के गुर सिखा रही हैं। शारीरिक शिक्षक सारिका सिंह .......

स्वाती का सपना इंटरनेशनल में हो पदक अपना

मैरीकॉम फिल्म ने बदला कानपुर की बिटिया का नजरिया नूतन शुक्ला कानपुर। छूना है बादलों को लेटकर पहाड़ों पर, तेरी नजर में होगी जमीं, मेरी नजर है सितारों पर। यह पंक्तियां कानपुर की होनहार भारोत्तोलक स्वाती यादव के जोश और जज्बे पर बिल्कुल सटीक बैठती हैं। राष्ट्रीय स्तर पर अपनी शक्ति का शानदार आगाज कर रही स्वाती बिटिया को मुझे भविष्य का कर्णम मल्लेश्व.......

मीना शुक्ला हर पल खेलों के उत्थान को समर्पित

राष्ट्रीय स्तर पर हैण्डबाल, बास्केटबाल और कबड्डी में छोड़ी छाप मनीषा शुक्ला कानपुर। अपने समय में विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय स्तर पर हैण्डबाल, बास्केटबाल तथा कबड्डी में अपनी विशिष्ट छाप छोड़ने वाली कानपुर की मीना शुक्ला त्रिपाठी इन दिनों स्वराज इंडिया पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं को बतौर स्पोर्ट्स टीचर अपने अनुभवों का लाभ प्रदान कर रही .......

हरफनमौला सीमा सिन्हा को क्रिकेट से प्यार

अब छात्राओं में देखती हैं अपना अक्स मनीषा शुक्ला कानपुर। एक सफल क्रिकेटर बनने का रास्ता ज्यादा लम्बा नहीं है लेकिन मुश्किल जरूर है। इसमें मेहनत है, लगन है, जुनून की हद तक खेल में खो जाने की जरूरत भी। किसी क्रिकेटर की प्रतिभा किन-किन पड़ावों में क्या-क्या गुल खिलाती है, यह सब उसकी मेहनत और लगन पर निर्भर करता है। कभी-कभी खास लम्हों पर जब अ.......

अनूप सिंह यादव ने हैमर थ्रो में लिखी नई इबारत

राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किया कानपुर का नाम रोशन नूतन शुक्ला कानपुर। संघर्ष और जज्बे से तकदीर अपने नाम लिखने की कहानी से यदि किसी को सीख लेनी हो तो उसे जांबाज अनूप सिंह यादव को अपना आदर्श मान लेना चाहिए। अनूप सिंह ने हैमर थ्रो में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जो कामयाबियां हासिल की हैं उन पर कानपुर ही नहीं समूचे उत्तर प्रदेश को नाज ह.......